जानिए दिष्टकारी(RECTIFIER) क्या हैं। इसकी खोज किसनें की, इसके प्रकार तथा उपयोग
🙏नमस्कार दोस्तों, मैं नरेन्द्र द्विवेदी आपका हमारे blog में स्वागत हैं। मै इस ब्लॉग में बात करने जा रहा हूँ। दिष्टकारी(RECTIFIER) क्या हैं। इसकी खोज किसनें की, यह कितनें प्रकार का होता है। तथा इसके उपयोग 💥 दिष्टकारी (RECTIFIER) क्या है :- दिष्टकारी(RECTIFIER) एक इलेक्ट्रॉनिक (विद्युत) उपकरण हैं जिसका उपयोग AC(ALTERNATING CURRENT) को DC(DIRECT CURRENT) में बदलनें कें लिए किया जाता हैं। कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों या विद्युत उपकरणों लैपटॉप, कंप्यूटर ,मोबाइल फोन, रेडियो ,टीवी तथा अन्य उपकरणों में DC(DIRECT CURRENT) की आवश्यकता होती हैं। जिस कारण दिष्टकारी(RECTIFIER) अत्यंत आवश्यक हैं। 💥 दिष्टकारी (RECTIFIER) का आविष्कार :- RECTIFIER का आविष्कार सन् 1902 मे पीटर कूपर हेविट(PETER COOPER HEWITT) के द्वारा किया गया था। 💥 दिष्टकारी (RECTIFIER) के प्रकार :- दिष्टकारी(RECTIFIER) मुख्य दो प्रकार के होते है। 1)अर्द्ध तरंग दिष्टकारी(HALF WAVE RECTIFIER) 2)पूर्ण तरंग दिष्टकारी(FULL WAVE RECTIFIER)